पिया मिलन की आस को लेकर, धक-धक हृदय धड़कता रहता। पिया मिलन की आस को लेकर, धक-धक हृदय धड़कता रहता।
लाल सुर्ख रंग , मगन हो धड़कता ये दिल हर वक़्त । हर एहसास का है इसे पूरा साज ,चतुराई से लाल सुर्ख रंग , मगन हो धड़कता ये दिल हर वक़्त । हर एहसास का है इसे पूरा साज ,...
अपने पंख फैला कर, अपने सपनों को सजाने लगता है, फिर मैं क्यों ना उडूं, अपने पंख फैला कर, अपने सपनों को सजाने लगता है, फिर मैं क्यों ना उडूं,
-:नाजुक हृदय :- -:नाजुक हृदय :-
शोलों सा दिल में धधकता भी हूँ, खुश हूँ या नहीं किसे फर्क़ पड़ता है ? शोलों सा दिल में धधकता भी हूँ, खुश हूँ या नहीं किसे फर्क़ पड़ता है ?
ये प्यार का गणित है जरा अलग हिसाब किताब होता है !! ये प्यार का गणित है जरा अलग हिसाब किताब होता है !!